इस बात को एक जमाना हो गया |
तेरा आना तो एक बहाना हो गया ||
तेरा रास्ता देखना एक आदत सी है |
पता नहीं क्यों ये बात एक इबादत सी है ||
तेरी तस्वीर हमेशा कुछ कहती रहती है |
तेरी हर बात मुझतक पहुँचती रहती है ||
Friday, December 19, 2014
तुझसे मिलकर हमेशा खो ही जाता हूँ
जो बोलना है, वो सब भूल जाता हूँ
धड़कने तेज होती है, साँसे भूल जाता हूँ
तेरे चेहरे की रंगत मे हमेशा डूब जाता हूँ
Wednesday, December 3, 2014
आँखें नम है, शब्द ज़ुबा पर अटके है
उस दिन की एक तस्वीर देखी है मैंने
वो यादें धुंधली नहीं होती, वो मंज़र देखा नहीं जाता,
चंद पैसो की चाहत न होती, तो ऐसा भी न होता ,
वो जवानी आँखे न खोती, वो बचपन मिट्टी मे न सोता...
ज़िन्दगी के साज़ को यू ही बिखेर गई
वो रात आई और साँसो को यू ही तोड़ गई !!
Wednesday, November 26, 2014
मै तेरे चेहरे को लेकर ही चला हूँ,
माँ मै अब भी तेरे अंचल से बंधा हूँ,
Monday, November 24, 2014
तू मिल जाये,ऐसी खुआइश नहीं है
तुझसे प्यार है,ये नुमाइश नहीं है
ये तो बस पाक सा रिश्ता है, मेरा तेरी हंसी से
तुझ पर हुक जता दूँ ,इतनी भी फरमाईश नहीं है..